Coronavirus के चलते अमेज़न प्राइम वीडियो में बदलाव
अमेज़न प्राइम वीडियो (Amazon Prime Video) ने अपने प्लैटफॉर्म से वीडियो स्ट्रीमिंग (video streaming platforms) का रेला कम करने के उपाय शुरू कर दिए हैं ताकि कोरोना वायरस (coronavirus) संकट के इस दौर में दूससंचार नेटवर्क पर ज्यादा जरूरी कामों के लिए रास्ता आसान हो सके. कोरोना वायरस के चलते लोगों की आवाजाही पर रोक से वीडियो कंटेंट की मांग में बढ़ोत्तरी के कारण नेटवर्क पर दबाव बढ़ा है.
दूरसंचार सेवाप्रदाताओं के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने सरकार को पत्र लिखकर नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम वीडियो जैसे प्लैटफॉर्म को बिटरेट कम करने के निर्देश देने की मांग की थी. ताकि मौजूदा समय में ‘अहम कामों’ को जारी रखने के लिए नेटवर्क के बुनियादी ढांचे पर दबाव को कम किया जा सके.
उल्लेखनीय है कि ज्यादा बिटरेट वीडियो के स्ट्रीमिंग से नेटवर्क पर दबाव बढ़ता है और ज्यादा मांग की स्थिति में नेटवर्क जाम होने का भी खतरा रहता है.
अमेज़न प्राइम वीडियो के प्रवक्ता ने एक ई-मेल बयान में कहा कि कोरोना वायरस के वजह से कई लोग पूरे समय घर में हैं. ऐसे में हम दूरसंचार कंपनियों का समर्थन करते हैं ताकि वह इंटरनेट की बढ़ी मांग का ठीक से प्रबंधन सुनिश्चित कर सकें.
उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में अपने वीडियो स्ट्रीमिंग की बिटरेट कम करने का काम शुरू कर दिया है. प्रवक्ता ने कहा कि अमेज़न प्राइम वीडियो स्थानीय प्राधिकारियों, मोबाइल सेवा प्रदाताओं और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि इंटरनेट नेटवर्क जाम की किसी तरह की समस्या के समय मदद की जा सके.
उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में अपने वीडियो स्ट्रीमिंग की बिटरेट कम करने का काम शुरू कर दिया है. प्रवक्ता ने कहा कि अमेज़न प्राइम वीडियो स्थानीय प्राधिकारियों, मोबाइल सेवा प्रदाताओं और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि इंटरनेट नेटवर्क जाम की किसी तरह की समस्या के समय मदद की जा सके.
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